
MP में कांग्रेस ने जारी की दूसरी चुनावी लिस्ट, जावरा सीट से एडवोकेट हिम्मत श्रीमाल को घोषित किया प्रत्याशित
Lucknow Desk: जावरा विधानसभा क्षेत्र को लेकर प्रदेश स्तर पर घमासान छिड़ी हुई थी। जावरा सीट को लेकर दोनों ही पार्टिया ने अपना उम्मीदवार घोषित करने में बहुत लंबा विचार कर रही थी और यह विचार इतना लंबा हो गया कि लगभग पूरे मध्य प्रदेश के उम्मीदवार घोषित होने के बाद भी दोनों पार्टियों के कैंडिडेट घोषित गुरुवार तक नहीं हुए थे। लेकिन 19 अक्टूबर की देर रात को एडवोकेट हिम्मत श्रीमाल को कांग्रेस का कैंडिडेट घोषित किया गया।
इसके बाद तो जावरा विधानसभा क्षेत्र में मानो हड़कंप मच गया सारे कयास सारे विश्वास धरे के धरे रह गए।
ऐसे में वीरेंद्र सिंह सोलंकी एवं उनके समर्थक, डीपी धाकड़ एवं उनके समर्थक, राजेश भरावा एवं उनके समर्थक, और जीवन सिंह के समर्थक टिकट नहीं मिलने पर जोरदार विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया एवं प्रत्यक्ष रूप से कर रहे हैं। कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में हिम्मत श्रीमाल का पुतला जलाने की जानकारी भी मिली है। इन लोगों का यह कहना है कि जिस व्यक्ति का विधानसभा में चेहरा तक नहीं जानते हैं ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस टिकट कैसे दिया गया।
क्या कांग्रेस स्वयं ही जावरा विधानसभा में अपनी हार की तैयारी कर रही है?
आनंन फालन में वीरेंद्र सिंह सोलंकी के द्वारा 20 अक्टूबर को दोपहर 4:00 बजे अपने समर्थ को के साथ एक विशेष सामूहिक बैठक ली गई और कई प्रकार के निर्णय इस बैठक में लिए गए। इसी तरह राजेश भरवा के द्वारा भी 21 अक्टूबर को अपने समर्थकों को इकट्ठा करने की चर्चा सामने आई है इसी तरह जीवन सिंह एवं उनके समर्थक डीपी धाकड़ एवं उनके समर्थक भी चुपचाप बैठने वालों में से नहीं है।
इधर भाजपा की बात करें तो भाजपा में 20 अक्टूबर की शाम तक कैंडिडेट घोषित नहीं हुआ है लेकिन कांग्रेस के द्वारा हिम्मत श्रीमाल को कैंडिडेट घोषित करने के बाद इसकी ज्यादा खुशी भाजपा जनप्रतिनिधियो एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं मे सोशल मीडिया एवं प्रत्यक्ष रूप से देखी गई। इन लोगों से जब पूछा गया तो इन लोगों ने बताया कि चुनाव में अब हमें मेहनत कम करना पड़ेगी।
हालांकि अब जो भी हो ,लेकिन निर्णय तो ऐसा आया है कि जो लोग कह रहे थे कि टिकट हमारे हाथ में है, टिकट हमारे पास में है ,टिकट देने वाले हमारे हैं ,हम जनता के बीच काम कर रहे हैं ,सर्वे में हमारा नाम है ,यह सारी चीज धरी की धरी रह गई।