
Haryana Assembly Election Results 2024: हरियाणा में कांग्रेस की हार पर सहयोगियों ने ही उठाए सवाल, इन राज्यों पर भी पड़ेगा असर
Haryana Assembly Election Results 2024: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की लगातार तीसरी बार सरकार बन रही है। अब हरियाणा में कांग्रेस की हार ने पार्टी के हाथ से एक बड़ा पॉवर छीन लिया है। इसी बीच इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने कांग्रेस की रणनीति और क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बता दें, जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा में कांग्रेस का प्रदर्शन अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा है। जम्मू कश्मीर के नतीजे ने तो साफ दिखा दिया कि कांग्रेस को राज्य की राजनीति में लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन हरियाणा ने यह दिखाया है कि पार्टी बीजेपी के सामने सीधी लड़ाई में हार जाती है।
इन राज्यों में दिखेगा असर
कांग्रेस की हार से ऐसा माना जा रहा है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की हार का असर आने वाले विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा। महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसी के साथ सहयोगियों के मोलभाव से ये रास्ता कठिन हो सकता है। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस की जूनियर पार्टनर बनकर चुनाव लड़ी। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 51 में से 42 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ी और सिर्फ 6 सीटें जीत पाई है।
नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने उठाया सवाल
इसी बीच हरियाणा की हार के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस को अपनी स्ट्रैटजी पर फिर से सोचने की जरूरत है। बीजेपी के साथ सीधी लड़ाई में पार्टी कमजोर पड़ जाती है। ऐसा क्यों होता है। पूरे गठबंधन पर फिर से काम करने की जरूरत है। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस की सहयोगी पार्टनर है। लोकसभा चुनावों में 99 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस इंडिया ब्लॉक में खुद को बड़े भाई के तौर पर प्रोजेक्ट करने लगी थी। हरियाणा से उसका ये भ्रम टूटेगा।
बिना नाम लिए केजरीवाल ने भी साधा निशाना
इसी के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजों के बाद कांग्रेस का सीधे तौर पर जिक्र किए बिना कहा कि किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। केजरीवाल ने एमसीडी पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा का चुनावी परिणाम देखिए। वहां क्या हुआ है। इस परिणाम का सबसे बड़ा सबक ये है कि किसी को भी अति आत्म विश्वास का शिकार नहीं होना चाहिए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में थे, लेकिन स्थानीय नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का विरोध किया। नतीजा ये हुआ कि गठबंधन हुआ ही नहीं।