
Maharashtra : भारत के नौजवानों भारती पुकारती है ,कविसम्मेलन में बरसी कविताओं की फुहार
Lucknow Desk : महाराष्ट्र मित्र मंडळ द्वारका नई दिल्ली द्वारा आयोजित गणेश उत्सव के अंतर्गत अन्तरराष्ट्रीय कवयित्री डॉ कीर्ति काले के संयोजन एवं संचालन में भव्य कवयित्री सम्मेलन सम्पन्न हुआ।इस कवयित्री सम्मेलन में दो दिव्यचक्षु बालिकाओं ने भी काव्यपाठ किया। कवयित्री सम्मेलन की अध्यक्षता भगत हॉस्पिटल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर चन्द्रमोहन भगत ने की एवं मुख्य अतिथि के रूप में योग शिक्षिका श्रीमती सरोज शर्मा जी की उपस्थिति रही।
डॉ कीर्ति काले ने देशभक्ति के छंदों से खूब तालियां बटोरीं।
भारत के नौजवानों भारती पुकारती है
भेदभाव छोड़कर साथ-साथ आईए
मराठा सरदार छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित उनकी रचना ने श्रोताओं में जोश भर दिया -
सुनो छत्रपति वीर शिवाजी की हिन्दू हुंकार।
जिसके कारण थर थर काँपी मुगलों की तलवार।।
श्रीमती प्रीति त्रिपाठी ने प्रेमगीत प्रस्तुत कर वातावरण को सरस बनाया-
उन गलियों से होकर गुजरे जिनमें महक तुम्हारी थी
तुम भी थोड़े दीवाने थे, अल्हड़ उमर हमारी थी
श्रीमती कल्पना शुक्ला ने
पिता के महत्व को बताते हुए सुनाया तो सभी श्रोताओं की आंखें भीग गईं-
वेदना उर में छिपाये रहते बाबूज़ी
होंठ मुस्कानें सजाये रहते बाबूजी
अलका सिन्हा ने महानगर की आपाधापी में प्रेम की बदली स्थितियों पर कविता सुनाकर प्रभावित किया -
ज़िन्दगी की छोटी-बड़ी कठिनाइयों में
उसी शिद्दत से तलाशती हूँ तुम्हें
तेज़ सिरदर्द में जिस तरह
यकबयक खोलने लगती हैं उंगलियाँ
पर्स की पिछली जेब
और टटोलने लगती हैं
डिस्प्रिन की गोली|
डॉ चन्द्रमोहन भगत ने सास बहू के खूबसूरत रिश्ते पर हृदयस्पर्शी कविता प्रस्तुत की
श्रीमती सरोज शर्मा ने गणेश उत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाराष्ट्र मित्र मंडळ की ओर से धनंजय देशपांडे, राजेश डोरलीकर, श्रीकान्त काले,श्रीमती वनश्री दंडवते, श्रीमती चिटनिस, श्रीमती देशपांडे,श्रीमती डॉ.योगिता पितळे,वर्षा डोरलीकर,अलका सहस्त्रबुद्धे सभी का स्वागत सत्कार किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन अनिरुद्ध शुक्ल एवं सरस्वती वंदना कल्पना शुक्ला ने किया। इस अवसर पर साहित्य 24 के संस्थापक हरिप्रकाश पाण्डे एवं सोच संस्था से रमेश कुमार गंगेले की विशेष उपस्थिति रही।