
Debate on No Confidence Motion: राहुल की जगह गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव की शुरुआत
नई दिल्ली: मणिपुर में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज दोपहर 12 बजे से लोकसभा में बहस शुरू हो गई है। जैसे ही स्पीकर ओम बिरला अपनी सीट पर बैठे, हंगामा शुरू हो गया।
बीजेपी सांसद बोले- सुबह महासचिव के पास चिट्ठी आई कि राहुल गांधी बोलेंगे। हम उनके बयान का इंतजार कर रहे हैं। अभी गौरव गोगोई बोल रहे हैं। 5 मिनट में क्या हुआ? इससे पहले सुबह 11 बजे शुरू होने वाली लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
निशिकांत दुबे सरकार की ओर से जवाब देने वाले पहले सदस्य हैं। एक दिन पहले 7 अगस्त को राहुल की सांसदी बहाल हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा के आखिरी दिन 10 अगस्त को जवाब दे सकते हैं। प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी बात कर सकते हैं।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा, हमें अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। यह कभी भी संख्या, मणिपुर के लिए न्याय के बारे में नहीं था। उन्होंने कहा, मेरा प्रस्ताव है कि यह सदन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दे। भारत यह प्रस्ताव मणिपुर के लिए बनाया गया है। मणिपुर न्याय चाहता है। उन्होंने ये भी कहा कि हम सिर्फ पीएम मोदी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं।
अविश्वास प्रस्ताव पर चुनाव पर चर्चा होगी
गौरतलब है कि कुछ महीने बाद लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और संख्या के लिहाज से सरकार को कोई खतरा नहीं है, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चुनावी होगी। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता ऐसे समय में बहाल की गई है जब केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को संसद में बहस होगी।
राहुल गांधी तीखा बोलेंगे
कांग्रेस के लोकसभा मुख्य सचेतक के सुरेश ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर आज लोकसभा में चर्चा होगी। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव में राहुल गांधी पहले वक्ता होंगे। उन्होंने कहा, हमारा मुद्दा सिर्फ मणिपुर है। प्रधानमंत्री ने अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है। हम लगातार मांग कर रहे हैं कि उन्हें संसद में आना चाहिए और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करनी चाहिए, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हैं। इसलिए हमने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि बेशक लोकसभा में हमारे पास बहुमत नहीं है, लेकिन हम प्रधानमंत्री का जवाब चाहते हैं।