Lucknow Desk: सनातन धर्म को लेकर दिन प्रतिदिन विवाद बढ़ता जा रहा है। तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि छुआछूत को खत्म करने के लिए सनातन धर्म को खत्म करना होगा। दरअसल, स्टालिन तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के बयान पर पलटवार कर रहे थे।
बता दे कि तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने एक कार्यक्रम में कहा था कि दुर्भाग्य से हमारे समाज में कुछ भेदभाव हैं। समाज में भाई- बहनों को एक समान नजर से नहीं देखा जा रहा। ऐसा करने के लिए हिंदू धर्म में कहीं नहीं कहा गया है। यह एक सामाजिक बुराई है और निश्चित तौर पर इसका खात्मा होना चाहिए।
राज्यपाल के बयान पर स्टालिन ने किया पलटवार
इस बयान को लेकर स्टालिन ने पलटवार करते हुए कहा कि जातिगत भेदभाव को समाप्त करने के लिए ही सनातन धर्म को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि उनका मानना है कि अगर सनातन नष्ट हो जाएगा, तो छुआछूत भी नष्ट हो जाएगी।
बीजेपी कर रही है बाधाएं
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ऑल इंडिया फेडरेशन फॉर सोशल जस्टिस के सम्मेलन के दौरान कहा कि हम सभी सामाजिक न्याय बनाए रखने के लिए लगातार लड़ रहे हैं, लेकिन बीजेपी इसमें बहुत सारी बाधाएं पैदा करती है। बीजेपी नहीं चाहती कि गरीब, पिछड़े वर्ग के लोगों की हालत सुधरे। उन्होंने कहा कि जब डीएमके ने सरकार बनाई तो हमने सामाजिक न्याय निगरानी समिति का गठन किया जो इस बात की निगरानी करेगी कि सामाजिक न्याय को ठीक से बनाए रखा जा रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि इसी तरह, सभी राज्यों को एक सामाजिक न्याय निगरानी समिति का गठन करना चाहिए।
पहले भी सनातन धर्म विवादित बयान
गौरतलब है कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म पर विवादित बयान दिए थे। उन्होंने कई 'सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, "सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाला विचार है, इसे खत्म करना मानवता और समानता को बढ़ावा देना है।"
उन्होंने ये भी कहा था,''जिस तरह हम मच्छर,डेंगू, मलेरिया और कोरोना को खत्म करते हैं उसी तरह सिर्फ सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है। इसे समाज से पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए।''