Lucknow Desk : गणतंत्र दिवस समारोह पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों मुख्य अतिथि हो सकते हैं। बता दे की, इसी साल 2023 में फ्रांस के बस्तील डे समारोह पर पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि थे। कोविड महामारी के कारण 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कोई मुख्य अतिथि नहीं बुलाया गया था। 26 जनवरी को इस कार्यक्रम में फ्रांस के किसी राष्ट्रपति को छठी बार आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैस्टिल डे परेड में सम्मानित अतिथि बनने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। इससे पहले 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह परेड में अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
छठे फ्रांसीसी नेता है मैक्रों
यह छठी बार है, जब किसी फ्रांसीसी नेता को बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है। मैक्रों से पहले, पूर्व फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक 1976 और 1998 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे और पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी-एस्टिंग, निकोलस सरकोजी और फ्रैंकोइस ओलांद क्रमशः 1980, 2008 और 2016 में मुख्य अतिथि थे।
बाइडेन के शामिल होने की थी उम्मीद
इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को गणतंत्र दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया जाएगा। दरअसल, सितंबर में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा था कि इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति को आमंत्रित करेंगे। हालांकि, इसको लेकर अब तक कोई अपडेट सामने नहीं आया है।
इसी तरह भारतीय वायु सेना के राफेल जेट 14 जुलाई को पेरिस में परेड के दौरान फ्लाईपास्ट का हिस्सा बने। भारतीय सेनाओं की 269 सदस्यीय टुकड़ी ने भी पेरिस में ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन पर मार्च किया। फ्रांस को भारत के गणतंत्र दिवस परेड के लिए सबसे अधिक संख्या में मुख्य अतिथि का निमंत्रण हासिल करने वाले एकमात्र देश का गौरव हासिल है।1976 में फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित होने वाले पहले फ्रांसीसी नेता बने थे। इसके बाद 1980 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कार्ड डी’एस्टेंग, 1998 में राष्ट्रपति जैक्स शिराक, 2008 में राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और 2016 में राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को निमंत्रण दिया गया।
जानें पहले किसे किया था आमंत्रित
बता दे की अगले साल जनवरी में क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के तहत गणतंत्र दिवस समारोह के लिए राष्ट्रपति बाइडन को आमंत्रित किया था। हालांकि कुछ वजहों के चलते उन्होंने आने में असमर्थता जताई।