Weather Update: उत्तर भारत समेत कई राज्यों में भीषण ठंड पड़ रही है। इसके साथ ही घना कोहरा लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसके अलावा सड़क, रेल व हवाई यातायात व्यवस्था चरमरा गई। वहीं 80 से ज्यादा ट्रेनें 4 से 13 घंटे तक की देरी से चल रही हैं, जबकि 271 उड़ानों पर भी असर पड़ रहा है। कई उड़ानों को रद्द और एक उड़ान को डाइवर्ट करना पड़ा है।
दिल्ली में भी सर्दी का सितम जारी
बता दे कि दिल्ली में भी आज से सर्दी का सितम बढ़ने की आशंका है। वहीं मौसम विभाग ने न्यूनतम तापमान में गिरावट का संकेत दिया है। इसके साथ ही पारे में गिरावट के सथा ही पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाएं दिल्ली में भी सिहरन पैदा कर सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री व अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं।
कई राज्यों में ठंड से लोगों का बुरा हाल
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली में कहीं-कहीं अत्यधिक घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। वहीं 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक इन क्षेत्रों में हल्की बारिश भी हो सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़ ज्यादातर प्रदेशों में न्यूनतम तापमान 8-12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। बता दे कि गुरुवार सुबह आगरा व बठिंडा में शून्य, जबकि बरेली, लखनऊ, बाराबंकी, वाराणसी, पटियाला, अमृतसर, अंबाला व दिल्ली के आयानगर में घना कोहरा रहा।
एयरपोर्ट और स्टेशन पर घंटों फंसे रहे यात्री
मौसम खराब होने के कारण लोगों का सामान्य जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कोहरे की वजह से दिल्ली में ट्रेन और विमान परिचालन प्रभावित होने से यात्री ठंड में प्लेटफार्म और हवाईअड्डे पर घंटों ठिठुरने को मजबूर हुए। एयरपोर्ट पर विमानों का समय बदलने और कई उड़ानें डायवर्ट होने की वजह से बड़ी संख्या में यात्री फंसे रहे।
जिला प्रशासन के आदेश पर स्कूल बंद
भीषण ठंड व कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने 12वीं तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों को 29-30 दिसंबर को बंद रखने का आदेश दिया है। एक से 15 जनवरी तक स्कूलों में अवकाश रहेगा।
कश्मीर में कई जगह पारा शून्य से नीचे
पहाड़ से लेकर मैदानी राज्यों तक बर्फबारी और भीषण कोहरा पड़ रहा है। कश्मीर में कई जगह पारा शून्य से नीचे चला गया है। पानी के स्रोत जम गए हैं। वहीं हरियाणा और पंजाब में ठिठुरन बढ़ गई है। बृहस्पतिवार सुबह घने कोहरे के कारण दृश्यता कई जगह शून्य तक रह गई। इससे हवाई यातायात से लेकर ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा।