Sambhal Violence: संभल जिले में रविवार को हुई हिंसा की वजह से पूरे यूपी में बवाल मचा हुआ है। इस हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर भी सामने आई है। तनाव की स्थिति को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके साथ ही स्कूल-कॉलेज भी बंद है। वहीं इस हिंसा पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर से यूपी सरकार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि संभल दंगा जानबूझकर कराया गया और पुलिस की गोली से लोगों की मौत हुई। अखिलेश ने इस दंगे को चुनावी धांधली से ध्यान भटकाने की साजिश बताया है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जब पहली बार सर्वे हुआ तो पूरा का पूरा सहयोग किया गया। साबरमती फिल्म देखकर उन्हें लगा कि उन्हें भी कुछ बड़ा करेंगे इसलिए ये सब कराया गया है। चुनावी धांधली से ध्यान हटाने के लिए ये किया गया है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दिया ताकि लोग नमाज न पढ़ सकें। 23 तारीख को रात में कहा गया कि 24 को सुबह फिर से सर्वे होगा, शाही जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य ने कहा कि एक बार तो सर्वे हो चुका है।
भाजपा पर भड़के अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर आप भाजपा की बात मानोगे तो गड्ढे में गिरोगे। हर मुसलमानों के साथ इन्होंने गाली-गलौज किया है। इसके साथ चुनाव आयोग पर खानापूर्ति का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग खानापूर्ति के लिए कार्रवाई करती है। पहले वे अन्याय करते हैं, अगर आप अन्याय का विरोध करोगे तो ये आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
जियाउर्रहमान पर हुआ FIR : अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश यादव ने आगे कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, हमारे सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल में नहीं थे, इसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। क्या किसी ने कभी ऐसा उदाहरण देखा है? एक पुलिस अधिकारी लोगों से राजनेताओं का समर्थन न लेने के लिए कह रहा था, वह किसकी बात कर रहा था? यह किसकी भाषा थी?
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