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Murshidabad पहुंचे राज्यपाल C.V. Anand Bose, ममता सरकार की बढ़ी टेंशन
Thursday, 17 Apr 2025 17:00 pm
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Lucknow Desk: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल C.V. Anand Bose आज शुक्रवार को हिंसा प्रभावित मालदा के लिए रवाना हो गए हैं। वह हिंसा प्रभावित Murshidabad जिले का दौरा कर सकते हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से हिंसा प्रभावित Murshidabad जिले का दौरा स्थगित करने के अनुरोध किया था, इसके बावजूद बोस रवाना हो गए हैं।

राज्यपाल C.V. Anand Bose ने मालदा के लिए रवाना होते समय पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं हिंसा प्रभावित क्षेत्र में जा रहा हूं।’’ वहीं राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बोस मालदा के बाद Murshidabad भी जा सकते हैं।

बता दें, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस Murshidabad जाकर वहां की जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे और वह Murshidabad में लॉ एंड ऑर्डर का हाल देखेंगे। इसके अलावा पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। उनकी बातें सुनेंगे और वहां की हकीकत का पता करेंगे।

क्यों बढ़ी ममता सरकार टेंशन?

Murshidabad में हुए हिंसा का तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसीलिए आज राज्यपाल C.V. Anand Bose हालातों का जायजा लेने के लिए Murshidabad पहुंचे हैं। इस दौरे से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे कुछ दिन इंतजार करने की अपील की थी, लेकिन राज्यपाल ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का मन बना लिया था। गवर्नर बोस Murshidabad में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का आकलन करेंगे। इसके बाद आखों-देखा हाल केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगे। अगर उनकी रिपोर्ट में यह पाया जाता है कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है, तो राज्यपाल अपनी रिपोर्ट के आधार पर केंद्र को राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356) लागू करने की सिफारिश कर सकते हैं।

वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा

Murshidabad जिले के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद वहां के कई लोग पड़ोसी जिले मालदा की तरफ भाग कर आ गए और शरण ली है।

जिले के दंगा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई है। वहां राज्य पुलिस के साथ- साथ अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है, जहां से अब तक 274 लोगों को तोड़फोड़ और दंगे में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है।