ऐसा क्या हुआ कि भारतीय टीम के दो दिग्गज खिलाड़ियों ने सिर्फ 5 दिन के अंदर टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया। जी हां बड़ा सवाल है ? पर ये सवाल सिर्फ हम नहीं अब शायद पूरा भारत BCCI से पूछ रहा है। क्योंकि अभी चंद दिनों पहले ही खबरें ऐसी थी कि विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों 20 जून से इंग्लैण्ड के खिलाफ शुरु हो रही सीरीज में खेलते हुए नजर आएंगे। पर इसके बाद जब लग रहा था सब कुछ ठीक है उसी समय रोहित शर्मा 7 मई को रात 7 बजकर 29 मिनट पर इन्सटाग्राम पर एक स्टोरी लगाकर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं। तो वहीं रोहित शर्मा के उस संन्यास के 5 दिन बाद ही कल 13 मई को विराट कोहली भी इन्सटाग्राम पर एक इमोश्नल पोस्ट के साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं। तो इसके बाद अब दोनों के पास महज एक फॉर्मेट बचता है और वो है वनडे क्रिकेट जहां पर अब ये दोनों अपना जलवा बिखेरते हुए नजर आएंगे।
BCCI का नियम कर गया परेशान !
तो बहरहाल ये तो हुई बात दोनों के संन्यास की, पर अब जो सबसे बड़ा सवाल फैंस के सामने खड़ा है वो ये कि आखिर संन्यास क्यों ? क्या BCCI का कोई दबाव था क्या BCCI इन दो दिग्गजों के खिलाफ है ? तो शायद जवाब होगा हां। पर अब आप सोच रहें होंगे कि कैसे तो आपको बता दें कि दरअसल इसके पीछे दो बड़े कारण हैं। जहां पर पहला कारण इस आईपीएल के पहले सामने आता है। जहां पर BCCI टीम इण्डिया की ऑस्ट्रलिया के खिलाफ बॉर्डर गावास्कर ट्रॉफी में हुई बुरी हार के बाद ये फैसला लेता है कि IPL सहित सभी आगामी सीरीज और टुर्नामेंट में कोई खिलाड़ी अपने परिवार के साथ नहीं रहेगा। जी हां विशेषतौर पर विदेशी दौरों के लिए जिसमें कहा गया था कि बीसीसीआई ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं जिनमें खिलाड़ियों की पत्नियों और परिवार के सदस्यों के लिए विदेश दौरे के दौरान 14 दिन रहने की सीमा तय की गई है। जिसमें खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी और उन्हें पूरी टीम के साथ ही यात्रा करना होगा।
संन्यास के पीछे बहुत कुछ !
तो वहीं दूसरी वजह कि बात करें तो इसे सिर्फ कॉन्ट्रोवर्सी कहा जा सकता है। क्यों इसमें सिर्फ एक वजह नहीं हैं एक वजह में कई वजहें हैं। जी हां तो पहला जो विवाद है वो संन्यास को लेकर ही है। जिसमें अगर पहले रोहित शर्मा कि बात करें तो उन्होंने ऑस्ट्रलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के बीच में ये कहा था कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं जिसका मतलब वो आगे भी टेस्ट क्रिकेट जरूर खेलेंगे। पर एकमात्र वजह नहीं थी इससे बाद इसी IPL के बीच 16 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर माइकल क्लार्क को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं इंग्लैण्ड में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुंगा। जो साफतौर पर संन्यास पर बड़ा विवाद खड़ा करता है।
तो वहीं विराट कोहली कि बात करें तो उनके संन्यास से दो दिन पहले ये खबर आती है कि विराट कोहली ने BCCI को संन्यास के बारे में बता दिया है कि वो संन्यास लेने जा रहे है। पर इसके साथ सूत्र ये भी बताते हैं कि BCCI ने उन्हें इस फैसले बारे दोबारा विचार करने को कहा है। हालांकि विराट कोहली इन रिपोर्टस के करीब 36 घंटो बाद ही संन्यास की घोषणा कर देते हैं। पर यहां तक सब ठीक था विवाद तब शुरु होता है जब संन्यास के बाद दोबारा कई रिपोर्टस ये बताती हैं कि BCCI ने विराट को दोबारा संन्यास पर विचार करने के लिए नहीं कहा है बल्कि BCCI ने तो ये तक कह दिया था कि अब आप टेस्ट टीम में फिट नहीं बैठते जिसके बाद विराट ने संन्यास का फैसला कर लिया। जबकि इसके आलाव गौतम गंभीर और विराट कोहली का आपसी विवाद भी इसे एक बड़ी वजह बताया जा रहा है।
विराट कोहली के कोच ने बताई सच्चाई !
आखिर में अगर विराट कहली के रणजी ट्रॉफी कोच की बात करें तो उन्होंने साफतौर पर कहा मैंने कुछ हफ्ते पहले विराट से बात की थी और पूछा था कि क्या वह इंग्लैंड सीरीज की तैयारी के लिए काउंटी क्रिकेट खेलेंगे। तो विराट ने कहा था कि मैं इंग्लैंड में इंडिया ए के लिए 2 मैच खेलूंगा।’ सरनदीप सिंह के मुताबिक, विराट को टेस्ट फॉर्मेट छोड़ने का कोई इशारा नहीं दिया बल्कि वह तो इंग्लैंड सीरीज की तैयारी में लगे हुए थे। सरनदीप सिंह ने आगे बताया, ‘विराट कोहली ने मुझसे कहा था कि मैं इंग्लैंड सीरीज में 4-5 शतक लगाना चाहता हूं, जैसा मैंने 2018 में किया था जब वह रणजी मैच खेलने आए थे.’ सरनदीप सिंह ने ये भी बताया कि विराट ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक ही शतक लगाया था, जिससे वह काफी निराश थ। रणजी ट्रॉफी के दौरान वह सिर्फ इंग्लैंड सीरीज की ही बात कर रहे थे। ऐसे में सरनदीप सिंह के इस बयान के बाद कई बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। फैंस का कहना है कि विराट को जबरदस्ती टेस्ट से संन्यास दिलवाया गया है।