भाजपा कई बार काँग्रेस पर देश विरोधी राजनीति करने का आरोपी लगा चुकी है। या फिर ये कहें कि अक्सर लगाती रही है। जहां पर हाल ही में देखा जाए तो काँग्रेस नेता अजय राय ने पहलगाम हमले के बीच जब प्लासटिक का हेलीकॉप्टर दिखाते हुए राफैल का मजाक उड़ाया था। तो भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान लगातार सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। वहीं कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता सेना को निशाना बनाकर बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस की तुलना पाकिस्तान की आतंकवाद के समर्थन को लेकर अपनाई जा रही चाल से की।
काँग्रेस नेता अपनी ही पार्टी पर बोला था हमला
तो ये खैर फिर बात हुई बीजेपी के बयान की जहां पर पार्टीयां एक दूसरे पर आरोप लगाती रहती हैं। पर इसके अलावा पहलगाम मुददे पर काँग्रेस के ही नेता लक्ष्मण सिंह जो कि काँग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के भाई हैं उन्होंने ने भी बड़ा बयान दिया था। जहां पर उन्होंने पहलगाम आतंकी घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाए थे। राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा था कि वे सोच समझकर ऐसे मुद्दों पर बयान दें। साथ ही उमर अब्दुल्ला सरकार से समर्थन वापस लेने की भी बात भी उन्होंने कही थी। बता दें कि लक्ष्मण सिंह ने उमर अब्दुल्ला को आतंकियों का समर्थक बताया था।
काँग्रेस ने बढ़ाया था सेना का मनोबल !
पर इन सबके बाद जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाक के 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर मुंहतोड़ जवाब दिया तो काँग्रेस ने भी सरकार की ओर कदम बढ़ाते हुए इस ऑपरेशन सिंदूर के लिए सेना का मनोबल बढ़ाया और सिर्फ यही नहीं काँग्रेस नेता और विपक्ष में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उससे पहले भी पीएम मोदी से कहा था कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पष्ट और कड़ा संदेश देना चाहिए कि भारत ऐसी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी को जैसा ठीक लगे, उस आधार पर वे कार्रवाई करने के लिए उचित समय का चुनाव कर सकते हैं, लेकिन उन्हें जल्द ही कोई कार्रवाई करनी होगी। बिना किसी भ्रम के सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पीएम को टालमटोल कर समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
राहुल गांधी ने पीएम को लिखा था पत्र
इसके अलावा उन्होंने सीजफायर लागू होने के बाद हाल ही में दो दिन पहले पीएम को पत्र लिखकर विशेष संसद सत्र बुलाने की बात कही थी। जिससे कि भारत की सेना के पराक्रम को आम जनता को बताया जा सके। बहरहाल ये सब हो गईं पुरानी बाते पर अब इन सब मामलों के बाद काँग्रेस खेमे में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। जी हां दरअसल काँग्रेस ने इस बार खुद से ही अन्य पार्टीयों को अपने ऊपर हमला बोलने का मौका दे दिया है।
क्या था पूरा मामला ?
तो मामला बताने से पहले आपको ये बता दें कि इस बार ये विवाद कांग्रेस पार्टी ने जानबूझकर नहीं किया है। दरअसल ये मामला काँग्रेस कर्नाटक की ओर से सामने आया है। जहां पर कांग्रेस ने एक बड़ा ब्लंडर कर दिया है। दरअसल कर्नाटक कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट डाला था। इस पोस्ट में उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान के नक्शे के साथ जोड़ दिया। मैप में हुई ये गलती जैसे ही सामने आई, वैसे ही हड़कंप मच गया। पर गलती का एहसास होने पर आनन-फानन में कांग्रेस ने पोस्ट को डिलीट भी कर दिया। दरअसल इस पोस्ट का उद्देश्य पाकिस्तान को दिए गए IMF के लोन की आलोचना करना था, लेकिन पाकिस्तान का गलत नक्शा लगाने से पार्टी की आलोचना शुरू हो गई है। लेकिन इसके बाद जैसे ही KPCC प्रमुख डी.के. शिवकुमार को पता चला तो उन्होंने कथित तौर पर पार्टी की सोशल मीडिया टीम की खिंचाई भी की है। बाद में ये जानकारी सामने आई कि सोशल मीडिया टीम में कुछ लोगों की लापरवाही और नासमझी की वजह से ये गलती हुई। कांग्रेस ने इस पोस्ट को तुरन्त हटा दिया है और साथ ही उन लोगों को भी हटा देने का निर्देश दिया है, जिन्होंने इस पोस्ट को अपलोड किया था।