Lucknow Desk : आज देश में आपातकाल के 50 साल पूरे हो गए। यह दिन 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में आपातकाल लागू किए जाने की याद दिलाता है, जिसे बीजेपी भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला अध्याय मानती है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनका उद्देश्य नई पीढ़ी को आपातकाल के दौरान हुए अत्याचारों और संवैधानिक मूल्यों के हनन के बारे में जागरूक करना है।
इसके साथ ही बीजेपी आपातकाल में रक्तरंजित लोकतंत्र को जिला स्तर पर प्रदर्शनियों के माध्यम से जनमानस तक पहुंचाएगी। इसके लिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। युवा मोर्चा और महिला मोर्चा मॉक पार्लियामेंट कार्यक्रमों के माध्यम से कांग्रेस की दमनकारी सोच और बिना किसी संवैधानिक औचित्य के आपातकाल लगाने के निर्णय को युवाओं और महिलाओं के बीच पहुंचाने का काम करेंगे। इसके अलावा पार्टी प्रेस कान्फ्रेन्स करके मीडिया के माध्यम से जनता तक आपातकाल का सत्य पहुंचाने का काम भी करेगी।
आपातकाल पर क्या बोले सिंधिया?
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपातकाल को याद करते हुए परोक्ष रूप से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि जो लोग संविधान की प्रति लेकर ‘‘घूमते’’ हैं, उस कांग्रेस के नेताओं से हर साल 25 जून को ‘‘पश्चाताप’’ करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने आपातकाल जैसे हठधर्मी निर्णय लेकर संविधान को तार-तार किया, जबकि आज भाजपा संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
PM मोदी ने किया पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा, “आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत के लोग इस दिन को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाते हैं।
गृह मंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने आपातकाल को ‘अन्यायकाल’ करार देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता और सत्ता की भूख का परिणाम था। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, “25 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने ‘आंतरिक अशांति’ का बहाना बनाकर संविधान की हत्या की थी। कांग्रेस आज भी उसी मानसिकता के साथ चल रही है।