Lucknow Desk : इटावा काड़ लगातार बढ़ता जा रहा है और अब इस काड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा हैं। बता दें की इटावा काड़ में ब्राह्मण महिला रेनु तिवारी का ऐसा बयान सामने आया है। जिससे बवाल मच गया है। रेनु तिवारी कहे रही है। अभी तो इनकी चोटिया काटी है। लेकिन अब ये सिर काटने वाला काम कर रहे है। इसी के साथ उन्होने यादव समाज की महिलाओं पर बड़ा बयान दिया है। क्या कुछ कहा हम इसी वीडियों पर करेगें बात। दोस्तों यादव जाति के भागवत कथा वाचकों के साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। दोनों समाज के लोग एक दूसरे के ऊपर कई बड़े आरोप लगा रहे है। ब्राह्मण समाज के कुछ युवकों के साथ हुई कार्यवाई के बाद ब्राह्मणसमाज के लोगों ने कथावाचकों के खिलाफ शिकायत की। महिलाओं के साथ गलत हरकत और जाति छुपाने का आरोप लगा था। इसके बाद कथावाचकों पर भी fir हुई। यानि की जिन कथावाचकों से पैर छुआए गए..चोटी काटी गई। उन पर कार्यवाई हुई। वहीं यादव सामज के लोगों ने भी सड़क पर उतर कर जमकर बवाल काटा। इस मामले पर एक महिला सर्खियों में है। जिसने कथावाचकों पर गलत हरकत का आरोप लगाया है। महिला का नाम रेनु तिवारी है। जिनके आरोप लगाने के बाद बड़ी कार्यवाई देखने को मिली है। और अब उसी महिला का एक ओर बयान सामने आया है.जिससे यादव सामज में आक्रोश बढ़ना तय है। इनके इस बयान के बाद सपा प्रवाक्ता मनोज यादव ने tweet कर कहा की इस महिला को इतनी ताकत कहां से मिल रही है। इस महिला के ये शब्द मर्यादा रहित हैं।और इसने खुद स्वीकार कर लिया है कि चुटिया काटना, मूत्र का छिड़काव करना और मुंडी भी काट लेनी चाहिए। जो पूर्व में हुए अपराधों की स्वत पुष्टि करती हैं। जिस घर की महिला ऐसे शब्दों का प्रयोग कर रही हो उसका घर और परिवार किस स्तर तक आपराधिक कृत्यों को करता होगा। मनोज यादव ने @Uppolice और @dgpup को टैग करते हुए लिखा कि इनकी गिरफ्तारी कब की जाएगी। इनके द्वारा बोले गए। एक एक शब्द आपराधिक प्रवृति के साथ साथ यदुवंशियों को उग्र करके समाज में झगड़ा बढ़ाने के लिए उत्तेजित करने का प्रयास करती नजर आ रही हैं। जो उत्तर प्रदेश लॉ एंड ऑडर के लिए बेहद ही गंभीर परिस्थितियों को खड़ा करने जैसी है। बता दे की रेनु तिवारी के बयान से विवाद खड़ा हो सकता हैं। इसके बाद Hansraj Meena ने लिखा कि मैं यादव नहीं हूं, लेकिन रेनू तिवारी के ज़हरीले शब्दों से बेहद आहत और गुस्से में हूं। हम बहुजन इतने कमजोर नहीं कि हमारी बहन-बेटियों के लिए ऐसी घिनौनी बातें कोई बोले और हम चुप रहें। यह सिर्फ यादव समाज नहीं, पूरे बहुजन समाज का अपमान है। बता दे कि रेनू तिवारी ने कथावाचकों पर कई आरोप लगाए थे पर अब वो अपने बयानों में खुद फसती नजर आ रही है।