
Video: रैपिडो बाइक ड्राइवर ने महिला यात्री को मारा थप्पड़, वजह जान होगें हैरान !
Lucknow Desk : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है । वीडियो बेंगलुरु के जयनगर का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में देख सकते है कि जिसमें एक रैपिडो बाइक ड्राइवर (Rapido Driver Slaps Women In Bengaluru) एक महिला यात्री के साथ मारपीट करता दिख रहा है । मिली जानकारी के अनुसार महिला ने सवारी के बीच में उतरने के बाद लापरवाही से बाइक चलाने को लेकर ड्राइवर का विरोध किया था । लेकिन दोनों के बीच सही से बातचीत नहीं हो पाने के कारण बहस बढ़ गई । जहां एक तरफ महिला केवल अंग्रेजी बोलती थी वहीं दूसरी तरफ रैपिडो ड्राइवर को केवल कन्नड़ बोलना आता था. महिला ने कथित तौर पर किराया देने और हेलमेट लौटाने से इनकार कर दिया जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई । इसके बाद वीडियो में ड्राइवर महिला को थप्पड़ मारते दिखा, जिससे वह जमीन पर गिर गई। इस घटना ने रैपिडो जैसी ऐप-आधारित बाइक टैक्सी सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। खासकर, यह घटना उस समय हुई जब कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश के बाद 15 जून से बेंगलुरु में बाइक टैक्सी सेवाओं पर प्रतिबंध लग गया है। रैपिडो ने अपने प्लेटफॉर्म पर बयान जारी कर कहा, "16 जून 2025 से, हमारी बाइक टैक्सी सेवाएं कर्नाटक में हाई कोर्ट के हालिया आदेशों के अनुपालन में बंद रहेंगी। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। कुछ यूजर्स ने ड्राइवर के व्यवहार को अस्वीकार्य बताया, जबकि अन्य ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों पक्षों की गलती की ओर इशारा किया। यह घटना 2023में बेंगलुरु में हुई एक अन्य घटना की याद दिलाती है, जहां एक ओला ऑटो ड्राइवर ने राइड कैंसिल करने पर एक महिला के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं के नियमन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। कुछ यूजर्स ने ड्राइवर के व्यवहार को अस्वीकार्य बताया, जबकि अन्य ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों पक्षों की गलती की ओर इशारा किया। यह घटना 2023 में बेंगलुरु में हुई एक अन्य घटना की याद दिलाती है, जहां एक ओला ऑटो ड्राइवर ने राइड कैंसिल करने पर एक महिला के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं के नियमन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।