
श्रेयस अय्यर की टेस्ट में वापसी? दिग्गज खिलाड़ी ने दी बड़ी सलाह!
पिछले कुछ समय से लगातार शानदार फॉर्म में चल रहे श्रेयस अय्यर अब अपनी बल्लेबाजी के साथ-साथ कप्तानी को लेकर भी चर्चाओं में जहां पर वो आईपीएल में अलग-अलग टीमों कि कप्तानी करके सबसे ज्यादा बार टीम को फाइनल में पहुंचाने वाले कप्तान बन गए हैं। साथ ही पिछले साल घरेलू क्रिकेट में भी उन्होंने मुंबई को अपनी कप्तानी में इरानी ट्रॉफी और सैय्यद मुशताक अली ट्रॉफी में जीत दिलाई थी। वहीं केकेआर को आईपीएल में चैंपियन भी बनाया था। और इसको आगे बढ़ाते हुए उन्होंने इस साल पंजाब के लिए भी वैसा ही किया और आज टीम फाइनल खेल रही है।
पर इन सबके बावजूद आईपीएल के बीच जब 20 जून से शुरु हो रही इण्डिया और इंग्लैँण्ड टेस्ट सीरीज का 18 मेंबर्स का स्कॉवड अनाउंस हुआ तो उसमें श्रेयस अय्यर का नाम नहीं था। जी हां बहुत सारे युवा खिलाड़ियों को जगह मिली कुछ ऐसे चेहरे भी हैं टीम में जो पहली बार नेशनल टीम में आएं पर श्रेयस अय्यर का नाम नहीं है उस लिस्ट में और यहीं नहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं टेस्ट टीम में जो अपनी जगह भले ही इण्डिया स्कॉवड में नहीं बना पाए हैं। पर उन्हें इंण्डिया ए के स्कवॉड में रखा गया लेकिन अय्यर का नाम वहां पर भी नहीं था। जिसके बाद से कई दिग्गजों ने उनके सिलेक्शन ना होने पर कई बड़े सवाल उठाए हैं। तो अब इसी क्रम में आगे अब इंग्लैण्ड के दिग्गज स्पिनर मोंटी पनेसर भी शामिल हो गए हैं। जहां पर उन्होंने साफ तौर बताया है कि कैसे दोबारा अय्यर टेस्ट स्कॉवाड में जगह बना सकते है और आखिर अभी घोषित किए जा चुके स्कवॉड में क्यों नहीं बना पाए वो भी बताया है।
क्या बोले मोंटी पनेसर ?
उन्होंने कहा कि श्रेयस अय्यर के पास सपाट ट्रैक और उछाल भरी पिचों के खिलाफ़ बहुत अच्छी तकनीक है। मुझे लगता है कि स्विंग की स्थिति के हिसाब से शायद उनकी तकनीक इस समय सही नहीं है। मुझे ऐसा लगता है। क्योंकि मुझे लगता है कि उनके हाथ थोड़े सख्त हैं। उनके पास नरम स्पर्श नहीं है, वे स्विंग गेंद के साथ देर से खेलते हैं। स्विंग को जल्दी देखकर और देर से खेलते हुए, वे गेंद पर ज़ोर से आते है”
तो ये कुछ कहा पनेसर ने अय्यर की तकनीक के बारे में पर वो वही नहीं रुके इसके बाद उन्होंने आगे सलाह भी देते हुए कहा कि इसलिए, मुझे लगता है कि तकनीक के लिहाज से, उनका खेल शायद इस समय स्विंग करने वाली परिस्थितियों के अनुकूल नहीं है। और शायद इसीलिए उन्होंने सोचा कि, कुछ अन्य खिलाड़ियों को मौका दिया जाना चाहिए जिनका खेल स्विंग करने वाली परिस्थितियों के अनुकूल है। श्रेयस अय्यर के मामले में, टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए, मुझे लगता है कि उन्हें काउंटी क्रिकेट खेलने की ज़रूरत है," यदि वह टेस्ट क्रिकेट खेलने को लेकर गंभीर हैं, तो उन्हें काउंटी ढूंढ़नी होगी और काउंटी क्रिकेट का एक सत्र खेलना होगा। और फिर चयनकर्ताओं के सामने साबित करना होगा कि उनकी तकनीक मानक के अनुरूप है”।
तो ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अब य़हां से श्रेयस अय्यर क्या प्रयास करते हैं क्या वो इंग्लैण्ड कि परिस्थितियों में अभ्यास करने जाते हैं या फिर वाकई में वो काउंटी खेलेंगे जाकर ये भी देखने दिलचस्प होगा। क्योंकि देखिए ये तो है अगर श्रेयस अय्यर काउंटी खेलते हैं और वहां पर जाकर रन बना देते हैं तो अगली किसी भी टेस्ट सीरीज में उनका नाम आना तो लगभग तय हो ही जाएगा। साथ ही अगर फिलहाल IPL के बाद इंग्लैण्ड जाकर प्रैक्टिस भी करते हैं तो क्योंकि इंग्लैण्ड के खिलाफ 5 मैचों कि सीरीज है जो कि तकरीबन दो महीने तक चलेगी। ऐसे में अगर बैकअप के रूप में किसी खिलाड़ी की जरूरत पड़ती है तो अय्यर का नाम उसमें आ सकता है। हालांकि ये भी कहना होगा कि भले ही अय्यर अब काउंटी जांए खेलने या फिर नहीं पर कम से कम 18 मैंबर स्कॉवाड में उनकी जगह बनती थी।
टीम इण्डिया का 18 मैंबर स्कॉवाड
शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नितीश रेड्डी, रवींद्र जड़ेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव।