
Bihar चुनाव में जातीय जनगणना का क्या होगा असर?, जानें क्या बोले Tejashwi Yadav?
Lucknow Desk: केंद्र सरकार ने विपक्ष का सबसे बड़ा हथियार छीन लिया है और जातीय जनगणना कराने का ऐलान कर दिया है। कैबिनेट की बैठक के बाद इस बात की जानकारी दी गई। जिसके बाद विपक्ष को बड़ा झटका लगा है। बता दें, जातीय जनगणना का मुद्दा राहुल गांधी हमेशा उठाते आए हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने ऐसे समय में इसका ऐलान किया है जब बिहार में इसी साल (2025) विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में इस बार बिहार विधानसभा में चुनाव पर क्या असर होगा?
वैसे विपक्षी दल हमेशा से जातीय जनगणना की मांग उठाते आ रहे है। केंद्र सरकार ने पूरे देश में जातीय जनगणना कराने का ऐलान कर विपक्ष को मुद्दा विहीन कर दिया है। बता दें बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्ष के लिए ये एक बड़ा मुद्दा था। जिसे केंद्र सरकार ने पूरा कर दिया है। यानी इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए जो रूकावट सामने आ रही थी वो साफ हो गया है। इसका फायदा इस चुनाव में एनडीए को मिलना भी तय माना जा रहा है। वहीं केंद्र सरकार के इस ऐलान को विपक्ष खुद की मांग को पूरी करना बता रहा है।
BJP हमारे ही एजेंडे की बात कर रही है: Tejashwi Yadav
केंद्र सरकार के जातीय जनगणना कराने के ऐलान पर राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व सीएम Tejashwi Yadav ने अपनी जीत बताई और कहा कि जातीय जनगणना का मोदी सरकार पहले विरोध कर रही थी, लेकिन अब 'हमारे ही एजेंडे' पर चल रही है और कहा कि विपक्ष की मांग का केंद्र सरकार ने विरोध किया था। तब प्रधानमंत्री मोदी ने मना कर दिया था, संसद में भी इनके मंत्री इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन सरकार को हमारी बात माननी पड़ी है। ये हमारी मांग है और ये हम जीत गए है।
अब देखना यह होगा कि केंद्र सरकार की ओर से अगर जातीय गणना कराई जाती है तो बिहार चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।