
दलित नेता Tika Ram Jully के मंदिर जाने पर विवाद, BJP नेता ने छिड़का गंगाजल
Lucknow Desk: पूर्व विधायक Gyandev Ahuja का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब इस वायरल वीडियो को लेकर वाद-विवाद बढ़ गया है। दरअसल, BJP के नेता Gyandev Ahuja सोमवार को अलवर के राम मंदिर में गंगाजल छिड़ककर ‘शुद्धिकरण’ कर रहे थे। बता दें, Gyandev Ahuja ने कांग्रेस के दलित नेता Tika Ram Jully के अलवर स्थित राम मंदिर में पूजा करने के बाद परिसर में गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण किए। जिसका वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं इस वीडियो को लेकर उनकी जमकर आलोचना की जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ BJP ने उनके इस कृत्य से किनारा कर लिया है।
BJP ने पार्टी से किया निलंबित
वहीं BJP ने अपनी पार्टी से पूर्व विधायक Gyandev Ahuja को निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं BJP के प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल ने मंगलवार को Gyandev Ahuja को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है। पूर्व विधायक से BJP ने तीन दिन में जवाब मांगा है।
Gyandev Ahuja के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी
जारी नोटिस में लिखा है, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको तुरंत प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है। नोटिस के अनुसार, Gyandev Ahuja इन आरोपों पर कोई स्पष्टीकरण देना चाहें तो तीन दिन में दे सकते हैं जिसके बाद उनके खिलाफ तदनुसार अग्रिम अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। इसमें यह भी लिखा गया है कि इस मामले में Gyandev Ahuja के बयान व कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है और उनका कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है।
इस मामले पर Tika Ram Jully ने क्या कहा?
इस मामले पर Tika Ram Jully ने कहा कि Gyandev Ahuja की हरकत से भाजपा की मानसिकता का पता चलता है। मैंने विधानसभा में अस्पृश्यता का मुद्दा उठाया था। अब इसके खिलाफ अभियान भी चलाऊंगा। भाजपा मेरी दलित पहचान के कारण मंदिर का शुद्धिकरण कर रही है। ये न केवल मेरी आस्था पर हमला है बल्कि अस्पृश्यता से संबंधित अपराधों का बढ़ावा दे रहा। जूली ने आगे कहा कि जाति और धर्म से इतर सभी सुमदाय के लोगों ने उनका समर्थन किया है।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि पूर्व विधायक Gyandev Ahuja ने सोमवार को अलवर के राम मंदिर में गंगाजल छिड़ककर ‘शुद्धिकरण’ किया। राम मंदिर में एक दिन प्राण-प्रतिष्ठा समारोह हुआ जिसमें कांग्रेस के नेता Tika Ram Jully पहुंचे थे। वहीं BJP नेता के अनुसार, कांग्रेस नेताओं को ऐसे समारोहों में शामिल होने का कोई ‘नैतिक अधिकार’ नहीं है, क्योंकि उनके पार्टी आलाकमान ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था। इसके साथ ही कांग्रेस ने पिछले साल अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का ‘बहिष्कार’ किया था। वहीं उन्होंने दावा किया कि उनके कृत्य में “दलित” वाला कोई मामला नहीं था। वहीं कांग्रेस ने भाजपा नेता के बयान को 'दलित विरोधी’ करार दिया है।