
Modi पर बरसीं Neha Rathore, इस्तीफा दीजिए मोदी जी'
Lucknow Desk : देश में 4 दिनों में चार बड़े हादसे हो चुके हैं, जिससे देशवासियों में दुख का माहौल है। पहला सबसे बड़ा हादसा 12 जून को हुआ जब एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया, जिसमें 241लोगों की मौत हो गई.वहीं रविवार यानि 15 जून को केदारनाथ के करीब एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इसके बाद मथुरा में एक और बड़ा हादसा हो गया, जहां मकानों के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई। वहीं, महाराष्ट्र में पुल टूटकर गिर गया। अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून, 2025) को एयर इंडिया का विमान क्रैश होने से 241 लोगों की मौत हो गई। उड़ान भरने के चंद सेंकेंड बाद ही जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जान गंवाने वालों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं। इस हादसे में अब तक 241 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में वो लोग भी शामिल हैं, जो प्लेन हादसे की चपेट में आ गए थे। एयर इंडिया का प्लेन रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ था। जिसके बाद नेहा सिंह ने इस हादसे का जिम्मेदार बीजेपी सरकार को बताया है...बता दे की नेहा सिंह ने x पर एक पोस्ट कर कहा की देश की सबसे बड़ी दुर्घटना भाजपा का सत्ता में आना है। बाक़ी सारी दुर्घटनाएँ इसी का परिणाम हैं. एयर इंडिया टाटा को दे दिया और अहमदाबाद एयरपोर्ट अडानी को दे दिया. अब देश को इस्तीफ़ा भी दे दीजिए। तो देखा अपने कैसे नेहा सिह ने विमान हादसे का जिम्मेदार बीजेपी सरकार को बताया है..और नेहा ही नही बलि्की बीजेपी के नेताओं ने भी पीएम मोदी से अमित शाह से इस्तीफ मांगा है..बता दे की बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है। इस दौरान उन्होंने x पर पोस्ट कर 1950 के दशक में रेल हादसे के बाद लाल बहादुर शास्त्री द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने का भी उदाहरण दिया। बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा- 1950 के दशक में जब रेल पटरी से उतर गई थी, तब लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था। उसी नैतिकता के आधार पर मैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफा देने की मांग करता हूं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके। मोदी और उनके साथी अब तक जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सिर्फ दिखावा है, जिसे रोकना होगा।
वहीं आज फिर नेहा सिह राठौड़ ने पीएम मोदी पर हमला बोला है नेहा सिहं ने x पर पोस्ट कर कहा की क्या आपको जरा भी अनुमान है कि आने वाले समय में आपको कैसे याद किया जाएगा? ग्यारह साल हो गए, आपने एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं की। आपने सिर्फ़ अपने ‘मन की बात’ सुनाई. आप अपने देशवासियों की बात क्यों नहीं सुनना चाहते हैं? कैसे हैं मोदीजी…क्या आपको जरा भी अनुमान है कि आने वाले समय में आपको कैसे याद किया जाएगा? ग्यारह साल हो गए, आपने एक भी प्रेस कांफ्रेंस नहीं की. आपने सिर्फ़ अपने ‘मन की बात’ सुनाई. आप अपने देशवासियों की बात क्यों नहीं सुनना चाहते हैं? क्या आप उनके सवालों से डरते हैं? वैसे डरना बुरी बात नहीं है। बहुत सारे लोग डरते हैं। लेकिन डरने वाले व्यक्ति का ये कहना कि उसकी छाती छप्पन इंच की है। ये ठीक बात नहीं है मोदीजी…देश में बीते दो महीनों में एक विमान और पाँच हेलीकॉप्टर और गुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं और सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन देश के मेनस्ट्रीम मीडिया की हिम्मत नहीं हुई कि आपसे एक भी सवाल पूछ ले…ठीक भी है…अब जो चीज ज़मीन से उड़ेगी उसे ज़मीन पर तो आना ही पड़ेगा! इसमें आपकी क्या गलती? गुरुत्वाकर्षण बल का दोष है…ग्रैविटी जिम्मेदार है. और फिर जिसने जन्म लिया है, उसे एक न एक दिन मरना ही पड़ेगा…बाक़ी आग का तो धर्म ही है जलाना…तो कुल मिलाकर जो कुछ भी हुआ है वो विज्ञान और धर्म से सुसंगत है. ऐसे में आप निश्चिंत रहिए…देश भी आपसे सवाल पूछने में मूड में नहीं लग रहा है…और पत्रकारों की तो हैसियत ही नहीं बची है कि अपना माइक आपको दिखा सके…लेकिन फोटोग्राफर्स को आपने पूरी छूट दे रखी है. विमान के दुर्घटनास्थल की आपकी तस्वीरें पूरे देश ने देखीं…क्या शानदार एंगल था सर! कैसे कर लेते हैं आप! तस्वीरों से याद आया कि पूरे देश ने मणिपुर की भी तस्वीरें देखीं…वायरल वीडियोज भी देखे…मणिपुर से तो आपका पुराना रिश्ता था न! अब क्या हुआ? मणिपुर में औरतों की नंगी परेड निकाली गई, आंखें निकाली गई, गले काटे गए, घर फूंके जा रहे हैं और आप बिहार में रैली कर रहे हैं? क्या आपका काम सिर्फ भाजपा का चुनाव प्रचार करना है? देश कौन सम्भालेगा? मणिपुर इसी देश में है न! मणिपुर में आपकी ही पार्टी सत्ता में थी न! उसकी तबाही की जिम्मेदारी आप लोग क्यों नहीं ले रहे हैं? कहां हैं वो दरबारी कवि और गायक, जो सरकार से मेरे एक सवाल पर जवाब में अपनी कविताएं और गीत उगलने लगे थे? मणिपुर पर भी कविता लिखिए न! गीत गाकर बताइए न! बताइए मणिपुर में क्या क्या है! मुझे पता है, आप नहीं बताएंगे…जानते हैं मोदीजी, मणिपुर में जो हुआ और जो हो रहा है, वो राष्ट्रीय शर्म की बात है...लेकिन मणिपुर को लेकर सरकार का जो रवैया रहा है, वो उससे बड़ी शर्मिंदगी की बात है…इस देश को एक ढंग के प्रधानमंत्री की जरूरत थी जो उनकी समस्याओं को खत्म करता. लेकिन आपने देशवासियों को समस्याओं को खत्म करने के अलावा बाक़ी सारे काम किए और देश की पुरानी समस्याओं को न सिर्फ़ बढ़ाया बल्कि नई दिक्कतें भी खड़ी कीं.आपने पूरे देश को एक भटके हुए अश्लील रंगमंच में बदल दिया है जहाँ आपकी पार्टी के नेताओं और समर्थकों को कुछ भी बोलने और कोई भी तमाशा करने की पूरी छूट मिली हुई है.आपके अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में मेरे ख़िलाफ़ 500 लिखित शिकायतें दी गईं…FIR दर्ज करवाई गई…वो भी सिर्फ़ इसलिए कि मैं आपकी आलोचना करती हूँ…सवाल पूछती हूँ.आप मन की बात में कहते हैं कि आलोचना करो…सवाल पूछो…लेकिन जब मैं सवाल पूछती हूँ तो FIR हो जाती है…अब आप बताइए मैं इतने सारे मुकदमे कैसे लड़ूँ? मुकदमे लड़ूँ या गीत लिखूँ… गीत गाऊँ?अमेरिका में जिस तरह से भारतीय छात्रों को अपमानित किया जा रहा है…उसके लिए आप अमेरिका से कब सवाल पूछेंगे? देशवासियों का सम्मान बचाना किसकी जिम्मेदारी है? अमेरिका के राष्ट्रपति लगातार कहते जा रहे हैं कि उन्होंने आप पर दबाव बनाकर सीजफायर करवा दिया…आप अमेरिका की बात का खंडन क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या आप सच में अमेरिका के आगे झुक गए हैं? आपको ये तो पता है न कि आपके झुकने से देश का अपमान हो रहा है? आप देश का अपमान क्यों करवा रहे हैं मोदीजी? चुनाव होते रहेंगे…सरकारें बनती-बिगड़ती रहेंगी…पर देश का सम्मान एक बार चला गया तो वो वापस पाना कठिन हो जाएगा. क्या आपको देश के अपमान से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता? मुझे जानना है कि आप पहलगाम हमले के तुरंत बाद बिहार में सभा क्यों कर रहे थे? क्या आपको देशवासियों का मौत का कोई दुख नहीं था? पहलगाम जैसे संवेदनशील पर्यटन स्थल पर जहाँ दो हज़ार पर्यटक मौजूद थे, वहाँ सुरक्षा के इंतज़ाम क्यों नहीं थे? ये किसकी गलती है? इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या ये सारे सवाल सिंदूर का पेड़ लगाने से खत्म हो जाएँगे? दरअसल नहीं होंगे. आपको जवाब तो देना ही पड़ेगा. बता दे की नेहा सिह राठौड़ पीएम मोदी से लगातार सवाल पूछ रही है और इस्तीफ की मांग कर रही है। नेहा का कहना है की जब एयर इंडिया टाटा को दे दिया और अहमदाबाद एयरपोर्ट अडानी को दे दिया। अब देश को इस्तीफ़ा भी दे दीजिए. इस पर आपकी क्या राय है आप क्या सोचते है?