
Bihar Election 2025 : प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकर्ताओं से रखी बड़ी शर्त !
Lucknow Desk : बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी समर शुरू हो चुका है। हर दल की ओर से इस सियासी समर को भुनाने का काम किया जा रहा है। एक ओर जहां एनडीए की ओर से बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों में से 225+ सीटें जीतने का दावा कर रहा है वही विपक्ष भी पुरी कोशिश में लगा है कि इस बार सत्ता हासिल करनी है । दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में तकरीबन पांच महीने का वक्त बचा है और इसे लेकर अभी से ही सियासी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दल बिहार चुनाव के लिए अपनी चुनावी तैयारियों को रफ्तार देने में जुटे हुए हैं। सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के घटक दल मैदान में उतर आए हैं।बता दे की बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं। सभी के सामने एक ही सबसे बड़ी चुनौती है कि किसे-कहां से टिकट दिया जाए। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कई प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है। साथ ही साथ कार्यकर्ताओं से संवाद किया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के सामने टिकट पाने के लिए एक जरूरी शर्त रखी है। इसके अलावा उन्होंने परिवारवाद और जमींदारी प्रथा का जिक्र किया है।
पीएम मोदी ने गुरुवार को बीजेपी कार्यालय में पार्टी नेताओं से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव और संगठन को लेकर बीजेपी नेताओं को कई नसीहतें दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि चार पीढ़ी के बाद आज बीजेपी यहां पहुंची है, जोकि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। पार्टी कार्यकर्ता पूर्वजों के बलिदान को याद रखें. उन्हीं के बलिदान के बाद आज हम यहां तक पहुंच पाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में सबसे बड़ी पूंजी धैर्य है । धैर्य हैं, तो मान सम्मान मिलेगा। चुनाव आता है तो दूसरे दल में चले जाते हैं और फिर लौटकर वापस अपनी पार्टी में चले आते हैं। उससे आपका महत्व घट जाता है। पीएम मोदी ने नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में परिवारवाद नहीं होना चाहिए। जमींदारी प्रथा नहीं होनी चाहिए। ऐसा नहीं हो कि ‘आप नहीं हैं, तो आपके पुत्र हों’ यह नहीं होना चाहिए। कार्यकर्ता मेहनत क्यों करता है, उसके मेहनत का फल क्यों नहीं मिलना चाहिए?
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि बूथ को मजबूत कीजिए, बूथ मजबूत होगा तभी चुनाव जीतेंगे। उन्होंने सबसे बड़ी शर्त रखते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर एक्टिव होना चाहिए, जो भी उम्मीदवारी चाहते हैं कम से कम 50 हजार से अधिक उनके सोशल मीडिया पर फॉलोअर होना चाहिए। दरअसल, पीएम मोदी के खुद सोशल मीडिया पर करोड़ों फॉलोअर्स हैं. वह सोशल मीडिया पर दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार के सकारात्मक कामकाज को जमीनी स्तर पर लोगों को जाकर बताइए और उन्हें जागरूक करिए। पूरे दुनिया में जिस तरह से पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले में नंगा किया गया, इसे जमीनी स्तर पर लोगों को बताइए और कैसे आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई हुई इस बात को भी लोगों को बताने की जरूरत है। इसके अलावा मन की बात सभी बूथ पर लोगों को सुनाई जानी चाहिए।अब देखना होगा कि 2024 में हुए लोकसभा चुनावों की तरह ही बिहार विधानसभा चुनाव में भी पीएम का का जादू चलता है या नही ... आपको क्या लगता है?