
भारत में आज शाम दिखेगा चाँद, कल मनेगी ईद-उल-फितर !
LUCKNOW DESK : जैसे-जैसे रमजान का पवित्र महीना अपने आखिरी मोड़ पर पहुंच रहा है, दुनिया भर के मुसलमानों में इस सवाल का जवाब जानने की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। आज शाम का नजारा बेहद खास होगा. कल मार्च का आखिरी दिन है और कल सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा. ईद का त्योहार आपसी भाईचारे का प्रतीक होता है. दुनिया भर के मुसलमान हर्षोउल्लास के साथ ईद मनाते हैं. ईद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार है. यह त्योहार रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन मनाया जाता है. ईद उल-फितर, जिसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है.सऊदी अरब में 29 मार्च को ईद का चांद दिख गया और आज 30 मार्च को ईद मनाई जा रही है. वहीं अब भारत में 30 मार्च को चांद का दीदार होगा और 31 मार्च को ईद मनाई जाएगी. सऊदी अरब में रमजान भारत से एक दिन पहले यानी 1 मार्च से शुरू हुआ था. यही वजह है कि भारत में ईद का त्योहार सऊदी अरब से एक दिन बाद 31 मार्च को मनाया जाएगा.
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर मनाई जाती है. ईद का दिन चांद के नजर आने पर भी तय होता है. रमजान के पाक महीने में रोजे रखने के बाद रोजेदार ईद मनाते हैं. ईद-उल-फितर के मौके पर खास दावत तैयार की जाती है. जिसमें खासतौर से मीठा खाना शामिल किया जाता है. इसे भारत और कुछ दक्षिण एशियाई देशों में मीठी ईद भी कहा जाता है.ईद-उल-फितर का पर्व अमीर से लेकर गरीब हर कोई खुशी से मना सके इसके लिए इस्लाम में गरीबों को फितरा भी दिया जाता है. ईद-उल-फितर का त्योहार भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार है. ईद के कारण देश भर के बाजारों में खूब रौनक रहती है.
ईद के दिन लोग सुबह जल्दी उठकर नए कपड़े पहनते हैं, नमाज अदा करते हैं और एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं. इस दिन लोग सेवई और अन्य मीठे व्यंजन बनाते और खाते हैं. ईद-उल-फितर दान और दयालुता का भी त्योहार है. इस दिन, मुसलमान गरीबों और जरूरतमंदों को फितरा नामक दान देते हैं. यह अल्लाह के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देने का दिन है. ईद दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर खुशियां मनाने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का दिन है.
खाड़ी देशों में चांद कल ही नजर आ चुका है और वहां आज ईद मनाई जा रही है. ऐसे में इस बात की संभावना काफी अधिक है कि भारत में भी आज ईद का ऐलान हो सकता है. अगर आज चांद दिख जाता है तो कल यानी सोमवार को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी. अगर नहीं दिखा तो ईद एक दिन बाद मनाई जाएगी. ईद की नमाज के लिए ईदगाह और मस्जिदों में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. हजारों लोग सुबह ईदगाह में जुटकर खुदा का शुक्रिया अदा करेंगे और दुनिया में अमन-चैन की दुआएं मांगी जाएंगी.
रमजान के पूरे महीने की इबादतों और रोजों के बाद ईद का दिन इनाम के तौर पर आता है. अब जयपुर के लोग उसी इनाम का इंतजार कर रहे हैं. आज शाम आसमान में एक चमकती हुई हल्की-सी झलक ही इस खुशी को मुकम्मल कर देगी. अब देखना यह है कि जयपुर आज ही चांद की रोशनी में नहा उठेगा या एक दिन और इंतजार करना पड़ेगा. चांद दिखते ही पूरे शहर में ईद की तैयारियां शुरू हो जाएंगी. बाजारों में पहले ही सजावट, रोशनी और खरीदारी की धूम मची हुई है. मिठाइयों और कपड़ों की दुकानों पर चहल-पहल है. लोग सेवइयां, खजूर, ड्राई फ्रूट्स और नए कपड़ों की खरीदारी में व्यस्त हैं.
आइए जानते ईद-उल-फितर क्यों मनाया जाता है.. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पैगंबर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। जिसकी खुशी में उन्होंने सबका मुंह मीठा कराया था। यही कारण है कि इस दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फितर के रूप में मनाया जाता है। ईद-उल-फितर का
क्या मतलब होता है...उपवास तोड़ने का त्योहार', रमजान या रमज़ान के अंत का प्रतीक है, जो दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला उपवास का पवित्र महीना है । इस्लाम के पाँच स्तंभों में से एक के रूप में जाना जाता है, यह आध्यात्मिक चिंतन और प्रार्थना का समय है।